दिवाली भारत का सबसे प्रमुख त्यौहार है इस त्यौहार की तैयारियां कई दिनों पहले ही स्टार्ट हो जाती है | दिवाली का ये त्यौहार पूरे देश में बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है लोग नए कपडे पहनते है गले लगते है परिवार के साथ मिठाईया खाते है और पटाखे फोड़ते है | इस त्यौहार की रौनक देखते ही बनती है | दिवाली के दिन तो सारा देश जगमगाता हुआ जन्नत जैसा लगता है | लेकिन एक देश ऐसा भी है जहा दिवाली का त्यौहार बड़े ही विचित्र तरह से मनाया जाता है | उस देश में इस दिन कुत्तो की पूजा की जाती है |
भारत के पडोसी देश नेपाल में ये त्यौहार कुछ ख़ास तरह से मनाया जाता है | नेपाल में भी दिवाली का त्यौहार बिलकुल हमारे देश के जैसे ही मनाते है लोग दीप जलाते है, मिठाईया खाते है, नए कपडे पहनते है लेकिन दिवाली के त्यौहार के बाद ये लोग एक त्यौहार भी मनाते है जिसे कुकुर त्यौहार कहते है | ये त्यौहार बहुत ही विचित्र त्यौहार होता है इस दिन सभी कुत्तो की पूजा अर्चना की जाती है | इस त्यौहार पर सिर्फ कुत्तो से ही मतलब नहीं होता है बल्कि अन्य जानवर जैसे गाय, बैल और कौआ आदि की पूजा की जाती है |
इस दिन ये लोग कुत्तो का तिलक लगाकर उनको माला पहनाकर कुत्तो की पूजा की जाती है | ये लोग कुत्तो को दूध, दही और अंडे खिलाते जाते है | पूजा करने के बाद ये लोग ईश्वर से प्रार्थना करते है की हे भगवान कुत्तो का साथ हमेशा बनाये रखना | कुछ लोगो के मन में ये भी ख्याल आ रहा होगा की ये लोग ऐसा क्यों करते है आईये जानते है इसके बारें में...
दिवाली के दिन कुत्तो की पूजा अर्चना करने की भी एक ख़ास बजह है ऐसी मान्यता है की कुत्ते यमदेवता के संदेशवाहक होतें है और यहाँ के लोगो की ये मान्यता है की कुत्ते मरने के बाद भी उनकी रक्षा करते है | नेपाल में कुत्तो की पूजा का मतलब दुनिया को ये सन्देश देना भी होता है इस दुनिया में इंसानो के साथ साथ जानवरो का भी विशेष महत्त्व होता है | इस दिन कई नेपाली आवारा कुत्तो को भोजन भी खिलाते है और जानवरो को खाना खिलाना अच्छी बात होती है
यदि आप भी इस दिवाली कुछ ऐसा करना चाहते है तो ये बहुत अच्छी बात है और वैसे भी हमारे देश में दिवाली के दिन गाय की पूजा की जाती है | दोनों ही देशो में जानवरो को महत्त्व दिया है इसलिए दोनों देशो की मान्यताये भी मिलती जुलती है | अगर इस दिवाली आप भी कुछ ऐसा स्पेशल करना चाहते है तो जरूर करें और जानवरो को भोजन जरूर खिलाये ऐसा करने से दिल को आनंद की अनुभूति होती है |